अब केदारनाथ के तीर्थयात्रियों के लिए 16 किमी की पैदल यात्रा और भी आसान होगी! सरकार ने एक बड़ा और अभिनव कदम उठाया है: रिपोर्टों के अनुसार, कैबिनेट ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक लगभग 12.9 किमी लंबा ‘रोपवे’ (केबल कार) परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस हाई-टेक “3S गोन्डोला” प्रणाली की बदौलत यात्रा का समय 8–9 घंटे से घटकर महज़ 36 मिनट रह जाएगा, और प्रति घंटे 1,800 यात्री (दोनों दिशाओं में) रोपवे का लाभ उठा सकेंगे ।
पहल की मुख्य उपलब्धियाँ:
भारी राहत और सुविधा — मुश्किल और थकाऊ पैदल यात्रा अब यहाँ तक सीमित नहीं।
सालभर बेहतर कनेक्टिविटी — मौसम चाहे जैसा भी हो, रोपवे से तीर्थयात्रा नियमित रूप से हो सकेगी।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा — निर्माण व ऑपरेशन से रोजगार संजीवनी की तरह मिलेगा, साथ ही टूरिज्म, होस्पिटैलिटी और फूड बिजनेस में जान आएगी ।
अभी क्या सुविधाएँ उपलब्ध हैं?
अब तक, जो सुविधाएँ श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध हैं, वे ये हैं:
16 किमी की पारंपरिक Trek — गॉरकुंड से टेम्पल तक, लगभग 6–8 घंटे में पूरा होता है ।
हेलिकॉप्टर सेवाएँ — इस वर्ष से सोनप्रयाग से हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी शुरू हो गई हैं, जो बाइक (पगडंडी) की तुलना में तेज और सुरक्षित विकल्प है। इसमें सुरक्षा उपायों और मौसम जांच का भी खास ध्यान रखा जाता है ।
निकालें यह डिजाइनर कदम क्यों स्मार्ट है?
लाभ विवरण
समय बचत 9 घंटे की यात्रा अब सिर्फ 36 मिनट में पूरी होगी।
सुविधा बुजुर्ग, शारीरिक रूप से कमजोर या कम समय वाले लोग भी दर्शन कर सकेंगे।
कम जोखिम भूस्खलन और मौसम के जोखिम से राहत।
स्थानीय विकास पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा।