🧪 Agra में CIP South Asia Regional Centre (CSARC): प्रमुख तथ्य
📅 मंजूरी और खर्च
संयुक्त कैबिनेट मंजूरी: 25 जून 2025 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई ।
कुल परियोजना लागत: ₹171 करोड़, जिसमें ₹111.5 करोड़ भारत सरकार से और ₹60 करोड़ CIP (Peru) द्वारा योगदान होगा ।
भूमि आवंटन: उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 हेक्टेयर भूमि Singna, Agra में नि:शुल्क आवंटित की है ।
🎯 उद्देश्य एवं लक्षित प्रभाव
प्रमुख उद्देश्य: खाद्य-सुरक्षा, पोषण स्तर, किसान आय में वृद्धि और रोजगार सृजन को बढ़ाना।
अनुसंधान प्राथमिकताएँ: उच्च-उत्पादक, जलवायु-संवेदनशील और रोग-प्रतिरोधी आलू/शकरकंद किस्मों का विकास, बीज नवाचार, post‑harvest प्रबंधन, मूल्य संवर्धन, और किसान प्रशिक्षण ।
क्षेत्रीय असर: उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल सहित दक्षिण एशियाई देशों के किसानों को लाभ पहुँचाना ।
⚙️ कार्यान्वयन और सहयोग
सहयोगी संस्थाएँ: ICAR, राज्य कृषि विश्वविद्यालय, निजी क्षेत्र सहयोग, और अंतरराष्ट्रीय कृषि संस्थाएँ ।
स्थापना समय: परियोजना Agra के Singna गाँव में विकसित की जाएगी; निर्माण पूर्ण होने तक किसान प्रशिक्षण KVKs के माध्यम से आयोजित किया जाएगा ।
📋 संक्षिप्त सारांश
पहलू विवरण
नामीकरण CIP South Asia Regional Centre (CSARC), Agra
कैबिनेट तिथि 25 जून 2025
कुल बजट ₹171 करोड़ (₹111.5 करोड़ भारत सरकार + ₹60 करोड़ CIP)
भूमि 10 हेक्टेयर, Singna, Agra
प्रमुख उद्देश्य उत्पादन बढ़ाना, पोषण सुधारना, किसानों की आय व रोजगार सृजन
अनुसंधान केंद्र ध्यान आलू एवं शकरकंद: seed systems, नई किस्में, pest control, post‑harvest, farmer training
लाभार्थी क्षेत्र UP, Bihar, West Bengal, South Asia
✨ इस पहल का महत्व
UP: आलू उत्पादन में प्रमुख — 2024–25 में देश का लगभग 35% उत्पादन UP में हुआ, जिसमें अकेले आगरा ने 76,000 हेक्टेयर फसल क्षेत्र के साथ भागीदारी की ।
कृषि नवाचार और seed security: CIP की 50-वर्षीय भारत में मौजूदगी और वैश्विक विशेषज्ञता से आलू किस्मों की गुणवत्ता और उत्पादन स्तर में सुधार संभव होगा ।
रोज़गार और मूल्य श्रृंखला सुधार: बीज उत्पादन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग एवं कृषि संबंधी कार्यों में रोजगार सृजन का अनुमानित फायदा।