📰 न्यूज़ रिपोर्ट
हेडलाइन:
सिर्फ 2.5 घंटे में पूरा होगा मथुरा-आगरा से बरेली का सफर, नए हाईवे और कनेक्टिविटी से बड़ी राहत
मथुरा/आगरा/बरेली | 5 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश में परिवहन और अधोसंरचना के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि सामने आई है। मथुरा और आगरा से बरेली तक का सफर, जो अब तक 5 से 6 घंटे का होता था, वह अब केवल 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। यह मुमकिन हो पाया है हाल ही में पूरी हुई नई हाईवे कनेक्टिविटी और एक्सप्रेसवे लिंकिंग की बदौलत।
✅ क्या है नया मार्ग?
मथुरा और आगरा से बरेली तक की यह रफ्तार संभव हुई है गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के बीच बेहतर इंटरचेंज की वजह से। अब वाहन चालक मथुरा से यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए आगरा पहुंचेंगे, वहां से सीधे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेंगे, और फिर शाहजहांपुर होते हुए बरेली पहुंच सकेंगे। इस पूरे मार्ग को हाई-स्पीड ट्रैवल के लिए तैयार किया गया है।
🚗 परिवहन विभाग ने क्या कहा?
परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, नए मार्ग पर अधिकतम गति सीमा 100–120 किमी/घंटा तक तय की गई है, और पूरे रास्ते में सिग्नल फ्री मूवमेंट को प्राथमिकता दी गई है। टोल प्लाज़ा पर भी फास्टैग आधारित स्वचालित प्रणाली से कोई समय नहीं गंवाना पड़ेगा।
📈 कौन-कौन होंगे लाभार्थी?
व्यापारी वर्ग: सामान की तेज़ डिलीवरी और कम समय में शहरों के बीच आवाजाही।
टूरिस्ट और श्रद्धालु: वृंदावन, मथुरा, आगरा और बरेली के धार्मिक स्थलों तक आसानी।
स्थानीय नागरिक: रोज़ाना यात्रा करने वालों को बड़ी राहत।
🏗️ इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास का असर
उत्तर प्रदेश सरकार के इन्फ्रास्ट्रक्चर पुश और केंद्र सरकार की गति शक्ति योजना का यह ताज़ा उदाहरण है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस रूट के सुचारु होने से बरेली और आगरा के बीच व्यापारिक गतिविधियाँ तेज़ होंगी और आसपास के क्षेत्रों में रियल एस्टेट, टूरिज़्म व लॉजिस्टिक्स में तेज़ी आएगी।
📌 भविष्य की योजनाएं
अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जल्द ही मथुरा से बरेली के लिए एक सीधी फास्ट इंटरसिटी ट्रेन भी प्रस्तावित है, जिससे रेल मार्ग से भी यह दूरी कम समय में तय की जा सकेगी।
नोट: यह रिपोर्ट प्राथमिक स्रोतों और सरकारी बयानों पर आधारित है। कुछ तथ्य परिवर्तित हो सकते हैं जैसे ही आधिकारिक उद्घाटन तिथि और संचालन की पूरी जानकारी सामने आएगी।