AI‑परमित Cluster Farming मॉडल महाराष्ट्र के Vidarbha क्षेत्र में लागू किया जा रहा है, जिसमें 20–25 किसान मिलकर संसाधनों की साझा खेती करते हैं और मोबाइल फोन पर AI से सटीक सिफारिशें प्राप्त करते हैं

🌾 स्मार्ट खेती के लिए PLI योजना (2025)

🎯 उद्देश्य

खेती को तकनीकी रूप से उन्नत, पर्यावरण-अनुकूल और डेटा-संचालित बनाना।

किसानों की उत्पादकता बढ़ाना और इनपुट लागत घटाना।

एग्री-टेक स्टार्टअप्स, डिवाइस निर्माताओं, और ड्रोन/IoT सेवा प्रदाताओं को आर्थिक प्रोत्साहन देना।

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🔧 किन तकनीकों पर ज़ोर होगा:

टेक्नोलॉजी विवरण

🛩️ ड्रोन टेक्नोलॉजी फसल छिड़काव, सर्वेक्षण, मिट्टी की जांच, NDVI मैपिंग आदि के लिए। सरकार पहले से ही ड्रोन की खरीद और संचालन पर सब्सिडी दे रही है।
🧠 AI आधारित निर्णय प्रणाली बीज चयन, सिंचाई समय, खाद मात्रा, रोग पहचान आदि पर रियल-टाइम सलाह देना।
🌐 IoT उपकरण फील्ड में लगे सेंसर से मिट्टी की नमी, तापमान, हवा, वर्षा, फसल की वृद्धि आदि की निगरानी।
📍 Precision Farming प्रत्येक खेत के टुकड़े पर अलग-अलग तरह की खेती रणनीति अपनाना—उर्वरक और पानी की बचत के साथ ज़्यादा उत्पादन।


💸 योजना के तहत लाभार्थी कौन होंगे?

एग्री-टेक स्टार्टअप्स जो AI, IoT, ड्रोन आधारित सॉल्यूशन बनाते हैं।

ड्रोन विनिर्माता और डाटा सर्विस कंपनियां।

कृषि यंत्र निर्माता जो स्मार्ट मशीनों का उत्पादन करते हैं।

एफपीओ (FPOs) और क्लस्टर फार्मिंग समूह जो ये तकनीक अपनाते हैं।


📊 संभावित प्रभाव

प्रभाव विवरण

🚜 कृषि उत्पादकता में वृद्धि स्मार्ट उपकरणों से बेहतर निर्णय, कम अपव्यय, उच्च उपज।
🌱 रसायनों और पानी की बचत लक्षित उपयोग से उर्वरक व जल की ~30% तक कटौती संभव।
💼 नई नौकरियाँ और स्टार्टअप बूस्ट rural-tech, drone-tech और data‑services क्षेत्र में रोज़गार व नवाचार।
📲 डिजिटल किसान स्मार्टफोन व AI चैटबॉट से किसान को खुद ही खेती सलाह मिलना।


📍 संबंधित पहलें

Sub-Mission on Agricultural Mechanization (SMAM) के तहत ड्रोन खरीद पर 50–80% सब्सिडी पहले से लागू है।

KissanAI का “Dhenu” AI मॉडल – वॉइस‑आधारित कृषि सलाह, 1 लाख से ज्यादा किसान उपयोग कर रहे हैं।

गडकरी द्वारा समर्थित “Cluster AI Farming” – विदर्भ में क्लस्टर आधारित AI खेती मॉडल लागू किया गया है।


🤔 आप क्या जानना चाहेंगे?

क्या आप जानना चाहेंगे:

कौन-कौन सी कंपनियाँ इस PLI योजना के अंतर्गत पात्र हैं?

किसानों के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होगी?

ड्रोन सब्सिडी और AI आधारित उपकरणों की लागत?

बताइए, मैं किसी एक पर विस्तार से जानकारी दे सकता हूँ।
[12:16 pm, 26/7/2025] Naveen Patel: AI‑परमित Cluster Farming मॉडल महाराष्ट्र के Vidarbha क्षेत्र में लागू किया जा रहा है, जिसमें 20–25 किसान मिलकर संसाधनों की साझा खेती करते हैं और मोबाइल फोन पर AI से सटीक सिफारिशें प्राप्त करते हैं ।
[12:17 pm, 26/7/2025] Naveen Patel: आपका उल्लेख एक अत्यंत महत्वपूर्ण और उभरते कृषि मॉडल की ओर है — जिसे AI-समर्थित क्लस्टर फार्मिंग मॉडल कहा जा रहा है। यह मॉडल महाराष्ट्र के विदर्भ (Vidarbha) क्षेत्र में गडकरी जी के समर्थन से अपनाया जा रहा है।

यहाँ इस AI आधारित Cluster Farming मॉडल की संक्षिप्त जानकारी दी गई है:


🌱 AI-सक्षम Cluster Farming मॉडल (विदर्भ, महाराष्ट्र)

📍 स्थान:

विदर्भ (Maharashtra) — एक सूखा-प्रभावित क्षेत्र, जहाँ आत्महत्या और कम पैदावार लंबे समय से चिंता का विषय रही हैं।

🤝 किसानों का समूह:

प्रत्येक क्लस्टर में 20–25 किसान मिलकर खेती करते हैं।

ज़मीन व्यक्तिगत बनी रहती है, लेकिन इनपुट, उपकरण, सलाह और विपणन साझा होते हैं।


🤖 AI कैसे मदद करता है?

🔍 क्षेत्र 🚜 समाधान (AI आधारित)

मौसम पूर्वानुमान सटीक local मौसम डेटा से बोआई/कटाई की सलाह
फसल चयन भूमि/मिट्टी डेटा के आधार पर उपयुक्त फसल
रोग/कीट पहचान मोबाइल से ली गई तस्वीर पर तुरंत निदान
उर्वरक और सिंचाई जरूरत के अनुसार मात्रा और समय की सलाह
उत्पादन पूर्वानुमान संभावित उपज और बाजार मूल्य की जानकारी
विपणन/बिक्री किस मंडी में कौन-सी फसल कितने में बिक रही


📱 तकनीकी माध्यम:

स्मार्टफोन ऐप्स (हिंदी, मराठी) के ज़रिए real-time कृषि सलाह।

कुछ क्लस्टर में AI चैटबॉट व वॉइस-सक्षम इंटरफेस भी उपयोग किए जा रहे हैं।

डेटा एकत्रण के लिए IoT आधारित सेंसर (मिट्टी नमी, तापमान) लगाए जा रहे हैं।


🏆 फायदे जो देखे गए:

📈 पहलू 🔍 सुधार

उत्पादन 15–25% तक बढ़ा
पानी की खपत ~30% तक कम
उर्वरक का उपयोग 20% तक घटा
लागत पर नियंत्रण सामूहिक खरीद से 10–15% बचत
किसानों की आमदनी ~20–30% तक बढ़त


📣 नीति और समर्थन:

इस मॉडल को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने Vidarbha में मॉडल के रूप में बढ़ावा दिया है।

ICAR और KVKs के साथ साझेदारी में ट्रेनिंग व डेटा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

गडकरी जी का बयान: “Vidarbha जैसे क्षेत्रों में Cluster AI Farming से खेती आत्मनिर्भर बनेगी और किसानों की आत्महत्या दर घटेगी।”

(TOI स्रोत)


🔮 भविष्य की योजना:

इस मॉडल को अन्य जिलों में भी प्रायोगिक रूप से लागू किया जा रहा है — खासकर उन जगहों पर जहाँ जल संकट या उत्पादन कम है।

जल्द ही इसमें ड्रोन द्वारा कीटनाशक छिड़काव और फसल निरीक्षण भी जोड़े जा रहे हैं।

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