नीतीश कुमार ने 1 अगस्त 2025 (शुक्रवार) को एक बड़े ऐलान में राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों का मानदेय (honorarium) दो गुना कर दिया है। यह एक स्पष्ट चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जो विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के基层 कर्मचारियों और युवाओं का समर्थन जुटाने हेतु की गई है।
🎯 किन कर्मचारियों का मानदेय दुगुना होगा?
मिड‑डे मील के रसोइए (cooks) — ₹1,650 → ₹3,300 प्रति माह
माध्यमिक/उच्च विद्यालयों के रात्रि प्रहरी (night watchmen) — ₹5,000 → ₹10,000 प्रति माह
शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक (Physical Education & Health Instructors) — ₹8,000 → ₹16,000 प्रति माह
साथ ही, वार्षिक वेतन वृद्धि (annual increment) को ₹200 से बढ़ाकर ₹400 कर दिया गया है, जिससे कुल लाभ और बढ़ा है।
🏥 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए भी लाभ (हाल की घोषणाएँ)
कुछ दिन पहले, ASHA और Mamta स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का भी मानदेय बढ़ाया गया था:
ASHA कार्यकर्ता: ₹1,000 → ₹3,000 प्रति माह (तीन गुना)
Mamta कार्यकर्ता: ₹300 → ₹600 प्रति प्रसव (दो गुना)
इसके अलावा ग्राम कचहरी सचिवों के मानदेय को ₹12,000 मासिक तक बढ़ाने की योजना भी फ़ाइनेंस विभाग से मंजूरी के बाद कैबिनेट में भेजी जा चुकी है।
🧭 इसका मकसद क्या हो सकता है?
यह घोषणा बीजेपी–जदयू गठबंधन की चुनावी रणनीति के तहत चुनाव से पहले लोकप्रिय सामाजिक समूहों—शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य कर्मियों की—समर्थन बढ़ाने के उद्देश्य से की गई माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर पहले ही अपने सोशल फंडामेंटल कार्यों के तहत 2005 से शिक्षा क्षेत्र में सुधार की प्रशंसा की थी और इन कर्मचारियों की भूमिका को विशेष रूप से उजागर किया।
📋 सारांश तालिका
कर्मचारी वर्ग पुराना मानदेय नया मानदेय सालाना वृद्धि (₹)
मिड-डे मील रसोइए ₹1,650 ₹3,300 ₹400
रात्रि प्रहरी ₹5,000 ₹10,000 ₹400
स्वास्थ्य / शारीरिक शिक्षा अनुदेशक ₹8,000 ₹16,000 ₹400
📝 निष्कर्ष
1 अगस्त 2025 को CM नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग के सपोर्ट स्टाफ का मानदेय दोगुना करने की घोषणा की।
इसका उद्देश्य कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाना और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनसमर्थन हासिल करना माना जा रहा है।
इससे पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं जैसे ASHA और Mamta वायरकरों को भी दोगुना / तीन गुना बढ़ोतरी मिली है।