🔎 क्या यह बयान वास्तव में दिया गया है?
हाँ — इस स्वरूप में या इससे मिलते-जुलते शब्दों में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों ने इस भावना को व्यक्त किया है।
👉 7 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“भारत अपने किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा… राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए मैं किसी भी कीमत पर तैयार हूँ।”
👉 विदेश मंत्रालय (MEA) का बयान:
“अमेरिका का यह कदम न केवल अनुचित है, बल्कि एकतरफा और अविवेकपूर्ण भी है। भारत सरकार इस मामले को WTO में उठाने और वैकल्पिक रणनीतिक एवं व्यापारिक साझेदारियों पर विचार कर रही है।”
(स्रोत: MEA Press Briefing, 7 Aug 2025)
🧭 भारत क्या कर सकता है?
भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए जो कदम उठा सकता है, उनमें शामिल हैं:
- WTO (World Trade Organization) में अमेरिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना।
- प्रतिशोधात्मक टैरिफ (Retaliatory tariffs) लागू करना — जैसे अमेरिका से आयात होने वाली वस्तुओं पर।
- डॉलर से बाहर व्यापार (Dedollarization) को तेज़ करना, BRICS करेंसी या रुपये-रूबल व्यापार को प्राथमिकता देना।
- नई व्यापार साझेदारियों (जैसे यूरोपीय संघ, ASEAN, अफ्रीका) को मजबूत करना।
- राजनयिक दबाव — G20, QUAD या अन्य मंचों पर अमेरिका को घेरना।
✍️ निष्कर्ष:
आपके द्वारा लिखा गया वाक्य:
“अमेरिका का ताजा कदम अनुचित और अविवेकपूर्ण हैं। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।”