यह खबर सच है कि RBI ने हाल ही में ब्याज दर में कटौती की घोषणा की है जो त्योहारों से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक स्वागतयोग्य “गिफ्ट” साबित हो सकती है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
✅ RBI की हाल की नीतिगत घोषणा
6 जून 2025 को RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रिपो रेट को 50 आधार अंकों की भारी कटौती कर 6.00% से 5.50% तक नीचे कर दिया ।
साथ ही, कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में 100 आधार अंकों की कटौती की गई, जिससे CRR 3% हो गया ।
RBI ने नीति प्रवृत्ति (policy stance) को “accommodative” से “neutral” में बदला, जिससे यह संकेत मिलता है कि आगे की कटौती डेटा-डिपेंडेंट होगी ।
🎆 त्योहारों से पहले अगला संभावित कटौती—क्या ये “तोहफा” हो सकता है?
SBI रिसर्च और Reuters की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, RBI अगस्त 2025 MPC बैठक (4–6 अगस्त) में और 25 आधार अंकों की कटौती की तैयारी कर रही है—विशेषकर दिवाली से पहले क्रेडिट ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए ।
पिछले उदाहरण (जैसे अगस्त 2017) से पता चलता है कि त्योहारों से पहले ऐसी कटौती से व्यक्तिगत लोन सहित क्रेडिट ग्रोथ में तेजी आती है—उदाहरण के रूप में, ₹1,956 अरब तक की बढ़ोत्तरी हुई थी ।
📊 आर्थिक असर: आपको क्या मिल सकता है?
क्षेत्र असर
होम लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन EMI में बचत, ब्याज दर में कमी
उपभोक्ता खर्च और शेयरों पर असर रीयल एस्टेट और बैंकों के शेयरों में तेजी
FD और सेविंग्स रेट्स बैंक FD/Savings रेट्स घटने की आशंका; हाल ही में एक बैंक ने repo rate (5.5%) मिलाकर बचत रेट ऑफर किया है
🎯 निष्कर्ष
जी हाँ, RBI ने 6 जून 2025 में repo rate 5.50% पर ला दिया—यह साल की तीसरी कटौती थी ।
अब, अगस्त 2025 में एक और 25 bps की कटौती की उम्मीद है, जिसका समय त्योहारों—विशेषकर दिवाली—से पहले होगा। इसके चलते यह “त्योहारी तोहफा” के रूप में देखा जा सकता है ।