📰 न्यूज़ रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में भीषण बाढ़ का कहर—17 जिलों में तबाही, 12 से 40 तक मौतें, 84 हजार से अधिक प्रभावित
तिथि: 5 अगस्त 2025 | स्थान: लखनऊ / प्रयागराज / वाराणसी
🌧️ मुख्य तथ्य और प्रभाव:
यूपी में हो रही लगातार भारी बारिश से 17 जिले प्रभावित हुए हैं, इनमें वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, बलिया, गाज़ियाबाद, मिर्ज़ापुर, बँदा आदि शामिल हैं। अब तक कुल 1,16,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए, 402 गाँव पानी में डूबे हुए हैं, और करीब 11,300 लोग विस्थापित किए गए हैं ।
12 मौतें बारिश, डूबने, बिजली गिरने और सांप काटने जैसी घटनाओं में पिछले 24 घंटों में हो चुकी हैं; जबकि 40 से अधिक मौतें हाल की बाढ़ और दुर्घटनाओं के चलते उठ चुकी हैं ।
वाराणसी में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते 84 घाट सभी डूब गए, और शवों को प्लेटफॉर्म या सड़कों पर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है, कुछ स्थानों पर इंतज़ार 15 घंटे से अधिक का हो गया है ।
🚨 सरकारी राहत और रसद कार्य:
सीएम योगी आदित्यनाथ ने “Team‑11” मंत्रिमंडल आयोग की स्थापना की है, जिसमें प्रत्येक मंत्री को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी गई है, वे राहत शिविरों का निरीक्षण कर रहे हैं और सहायता वितरण सुनिश्चित कर रहे हैं ।
Relief operations में 14 NDRF टीमें, 15 SDRF टीमें, और 48 PAC टीमें तैनात की गई हैं। लगभग 1,200 नावें सहायता और बचाव के लिए सक्रिय हैं ।
1.20 लाख खाद्य अनाज के पैकेट, 1,63,548 लंच पैकेट, 39 सामुदायिक रसोईयां, 3,560 क्विंटल चारा, 1,72,190 क्लोरीन टैबलेट्स, और 1,29,342 ORS पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। 846 मेडिकल टीमें सक्रिय रूप से सेवाएं दे रही हैं ।
वाराणसी में भाजपा के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पीड़ितों से मिलकर आश्वासन दिया कि आवश्यक सहायता में देरी नहीं होगी, साथ ही स्वच्छता, भोजन, चिकित्सा और बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई है ।
🧭 बच्चों, स्वास्थ्य और शिक्षा:
वाराणसी के स्कूलों को अगले दो दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है, ताकि जलस्तर गिरने तक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके ।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने प्रयागराज और वाराणसी में राहत शिविरों का निरीक्षण कर साफ-सफाई, फॉगिंग, जलजनित रोग नियंत्रण और बच्चों की शिक्षा के निरन्तर संचालन पर जोर दिया है ।
🧠 राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ:
SAMAJWADI PARTY अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राहत कार्यों की धीमी गति और ढुलमुल व्यवस्था की वजह से सरकार पर तीखा हमला बोला है। उनका आरोप है कि जनता को भोजन, पानी, स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली आदि समय पर नहीं मिल रही है, और कई क्षेत्रों में तस्वीरों तक की व्यवस्था प्राथमिकता दी जा रही है ना कि प्रभावी राहत कार्य को। उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर की विफलता पर भी सवाल उठाए हैं ।
📉 अर्थव्यवस्था, गिरता दबाव और चेतावनी:
नदियों खासकर गंगा व यमुना के खतरे के निशान से ऊपर बहने के चलते कृषि और व्यापार प्रभावित हुए हैं। करीब 373 मकानों को नुकसान पहुंचा और 356 परिवारों को मुआवजा दिया गया है ।
मौसम विभाग ने प्रदेश में 6 अगस्त तक भारी बारिश और तूफानी गतिविधियों की चेतावनी जारी की है, विशेषकर पश्चिम और पूर्वी यूपी में ⚠️ ।
📋 रिपोर्ट सारांश:
विषय विवरण
प्रभावित जिले 17 जिलों में बाढ़ से तबाही जैसे—वाराणसी, प्रयागराज आदि
प्रभावित लोग ~1,16,000 लोग, ~402 गाँव, ~11,300 विस्थापित
मृतकों की संख्या 12–40+ मौतें, विभिन्न वजहों से
राहत संसाधन NDRF, SDRF, PAC टीमें; नावें, भोजन, मेडिकल सपोर्ट
सरकार की प्रतिक्रिया Team‑11, मंत्री दौरे, राहत शिविर निरीक्षण
राजनीतिक प्रतिक्रिया SP ने राहत कार्यों पर सरकार को घेरा
मौसम अलर्ट भारी बारिश का अलर्ट, स्कूल बंद, नाव सेवाएं बंद